गुरुग्राम। जलभराव की समस्या से निजात दिलाने और गिरते भूजल स्तर (Ground Water Level) को सुधारने के लिए नगर निगम गुरुग्राम ने एक बड़ी पहल की है। अब शहर के सभी 1440 पार्कों में उनके क्षेत्रफल के अनुसार रेन वाटर हार्वेस्टिंग (Rainwater Harvesting) सिस्टम यानी वर्षा जल संचयन पिट लगाए जाएंगे।

हर पार्क में होगी जल संचयन की व्यवस्था
नगर निगम ने इस कार्य को गति देने के लिए एक निजी एजेंसी को सर्वे का जिम्मा सौंपा है, जो सभी पार्कों का निरीक्षण कर उनकी जल संचयन क्षमता, हरियाली की स्थिति और भूगर्भीय जरूरतों का आकलन करेगी। यह सर्वे सितंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
1440 पार्कों का डेटा अपलोड होगा ऑनलाइन पोर्टल पर
इस परियोजना के अंतर्गत 1440 पार्कों की पूरी जानकारी एक ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। जितने बड़े आकार का पार्क होगा, उतनी ही बड़ी रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट उसमें स्थापित की जाएगी। इसका मकसद है – अधिक से अधिक वर्षा जल का संग्रह और सीधे भूजल स्तर को रिचार्ज करना।
जलभराव और ग्राउंड वाटर लेवल – दोनों समस्याओं का समाधान
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने से दोहरा लाभ मिलेगा:
- बारिश के दौरान पार्कों और उनके आस-पास जलभराव की समस्या में कमी आएगी।
- एकत्रित वर्षा जल को भूजल में समाहित किया जाएगा, जिससे गिरते जल स्तर को रोका जा सकेगा।
निगरानी के लिए गठित की गई समिति
इस पूरे प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए नगर निगम ने एक विशेष समिति का गठन किया है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि काम समयबद्ध और प्रभावी ढंग से हो। यह पहल गुरुग्राम को एक टिकाऊ (sustainable) और जल-संरक्षित शहर बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।