हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति का 90% या उससे अधिक भुगतान नियमित रुप से होता है, उन्हें 21 घंटे बिजली दी जाली है. अगर वहीं फीडर से जुड़े बिजली उपभोक्ताओं की बकाया राशि 10 फीसदी से कम है तो उस फीडर पर 24 घंटे बिजली दी जाती है. बकाया राशि चुकाने के लिए पांच किश्तों में भुगतान और मूल राशि जमा करने पर सरचार्ज माफी का प्रावधान है.
जिन ग्रामीण वितरण फीडरों पर जगमग गांव योजना का काम पूरा हो चुका है और लॉस लाइन कम हुआ है और राजस्व संग्रहण में बढ़ोतरी हुई है, वहां आपूर्ति को 24 घंटे तक बढ़ा दिया गया है.

हजारों गांवो को 24 घंटे मिल रही बिजली
प्रदेश सरकार की योजना ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति के स्तर को बदल दिया है. कई जिले में 100 फीसदी गांवों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. वहीं प्रदेश के 5877 गांवों में दिन रात बिजली मिल रही है. हरियाणा सरकार अब बाकि जिलों के गांवों को भी योजना के तहत लाने के लिए प्रतिबद्ध है.
पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति युक्त बनाना सरकार का लक्ष्य है. दरअसल 31 जनवरी 2025 तक स्थिति के अनुसार प्रदेश में कुल 1766 फीडरों के माध्यम से 5877 गांवो को 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है। इनमें पंचकूला, अंबाला, करनाल, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सिरसा, फतेहाबाद और रेवाड़ी जैसे जिले शामिल हैं. जिनके 100 फीसदी गांवों को जगमग गांव घोषित किया जा चुका है.
क्या है ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना
इस योजना के तहत हर गांव में 24 घंटे बिजली देने का वादा किया गया
2017 में योजना पर काम शुरु हुआ, 2018 में स्पीड बढ़ी
शुरुआत में इस योजना का ग्रामीणों ने विरोध किया
निगम से पहले छोटे गांव में इसको लागू किया