गुरुग्राम के सेक्टर 72 में 17 वर्षीय छात्र शौर्य शांडिल्य ने अपनी सोसाइटी की 15वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार को हुई, जब CBSE 12वीं बोर्ड के परिणाम में कम अंक आने के बाद वह डिप्रेशन में था।
घटना का विवरण
मृतक छात्र शौर्य शांडिल्य, सेक्टर 72 की टाटा प्रिमांटी सोसाइटी का निवासी था। वह सेक्टर 49 के एक निजी स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र था। मंगलवार को आए CBSE 12वीं बोर्ड के परिणाम में शौर्य को 77% अंक प्राप्त हुए थे, जबकि उसे 90% से अधिक अंकों की उम्मीद थी। परिजनों के अनुसार, वह परीक्षा के बाद बेहद खुश था और अच्छे अंकों की उम्मीद में कई डिमांड भी रखी थी।

पुलिस के अनुसार, कम अंक आने के बाद शौर्य डिप्रेशन में चला गया। उसने अपनी भावनाओं को न तो परिवार के साथ साझा किया और न ही दोस्तों से कोई बात की। बुधवार को अपने पिता के ऑफिस जाने के बाद, शौर्य ने टावर-2 की 15वीं मंजिल की बालकनी से छलांग लगा दी। घटना के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
सुसाइड नोट का खुलासा
“मम्मी, पापा, मेरे नंबर कम आए हैं, इसमें आपकी गलती नहीं है। आपने तो मुझे बहुत अच्छे से पाला। मैं ही मोबाइल ज्यादा देखता था। शायद यही वजह रही मेरे नंबर कम आने की।”
पुलिस ने बताया कि शौर्य ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने अपने माता-पिता को संबोधित करते हुए लिखा कि कम अंक आने की वजह उसका मोबाइल का अधिक उपयोग था। नोट में उसने अपने माता-पिता को अच्छा बताते हुए उनसे माफी भी मांगी। नोट के अंत में उसने अपने हस्ताक्षर भी किए।

परिवार का बयान
शौर्य के पिता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, जबकि उसका बड़ा भाई अमेरिका में रहता है। परिवार ने बताया कि उन्होंने शौर्य पर कभी पढ़ाई का दबाव नहीं डाला। परिणाम के बाद भी कम अंकों को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई थी। परिवार ने कहा, “हमें समझ नहीं आ रहा कि वह इतना परेशान क्यों था। हमने उसे हमेशा प्यार और सपोर्ट दिया।” शौर्य की अचानक मृत्यु से परिवार सदमे में है।
पुलिस जांच
एसीपी सुरेंद्र फौगाट ने बताया कि पुलिस मामले की जांच सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्र कम अंकों के कारण डिप्रेशन में था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट आज मिलने की उम्मीद है।