गुरुग्राम, 16 जून 2025:
गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार के पहले चरण के तहत मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर-9 तक मेट्रो लाइन का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। इस परियोजना में सबसे बड़ी चुनौती हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक तक की लगभग तीन किलोमीटर लंबी सड़क पर मौजूद बाधाएं हैं। इन अड़चनों को दूर करने के लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

GMRL की मुख्य वास्तुकार डॉ. नर्मिता कलसी द्वारा जारी पत्र के अनुसार, इस खंड में मेट्रो निर्माण के दौरान पांच प्रमुख अवरोध हैं, जिन्हें शीघ्र हटाने की आवश्यकता है ताकि निर्माण कार्य सुचारु रूप से चल सके। हीरो होंडा चौक और उमंग भारद्वाज चौक के बीच एक नया मेट्रो स्टेशन भी प्रस्तावित है।
निर्माण में बाधा बनने वाले मुख्य कारण:
हाईटेंशन टावर और बिजली लाइनें: अभी तक इस सड़क खंड से हाई वोल्टेज बिजली लाइनों को नहीं हटाया गया है, जो मेट्रो कार्य में बाधा बन रही हैं।
- स्थानीय संरचनाएं: हिमगिरी आश्रम और बीकानेर मिष्ठान भंडार जैसे प्रतिष्ठान भी निर्माण कार्य में रुकावट पैदा कर रहे हैं।
- बिजलीघर: सेक्टर-10 में स्थित एक पावर हाउस भी प्रस्तावित मेट्रो रूट के बीच में आता है, जिसे शिफ्ट करना जरूरी है।
- CNG पाइपलाइन: HSVP द्वारा हरियाणा सिटी गैस को वैकल्पिक साइट उपलब्ध करवाई जा चुकी है, लेकिन अभी तक CNG स्टेशन को स्थानांतरित नहीं किया गया है।
सड़क निर्माण और फ्लाईओवर की योजना
एनएचएआई ने इस सड़क खंड को पुनर्निर्मित करने और चौड़ा करने की योजना तैयार की है। मुख्य सड़क को तीन-तीन लेन और सर्विस रोड को भी तीन-तीन लेन में विकसित किया जाएगा। साथ ही उमंग भारद्वाज चौक पर एक फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा ताकि यातायात सुगम बना रहे।
इसके लिए लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत का एक विस्तृत अनुमान तैयार किया गया है। डीएचबीवीएन और एचवीपीएन ने बिजली से जुड़ी सभी शिफ्टिंग कार्यों के लिए छह महीने का समय मांगा है।
केंद्रीय मंत्री का हस्तक्षेप
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने GMDA और NHAI अधिकारियों के साथ बैठक कर इन बाधाओं को जल्द दूर करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि सड़क और मेट्रो दोनों परियोजनाओं का निर्माण कार्य एक साथ तेजी से होना चाहिए।