नगर निगम के नाम पर आम लोगों को ठगने की कोशिशें एक बार फिर सामने आई हैं। हाल ही में कई नागरिकों को मोबाइल पर ऐसे संदिग्ध कॉल और मैसेज प्राप्त हो रहे हैं, जिनमें खुद को नगर निगम अधिकारी बताकर एक खास मोबाइल ऐप डाउनलोड करने या तुरंत भुगतान करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।

इस गंभीर मामले को देखते हुए गुरुग्राम की मेयर राजरानी मल्होत्रा ने एक सार्वजनिक एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा,
“नगर निगम की ओर से ऐसी कोई भी अधिसूचना जारी नहीं की गई है। यह साफ तौर पर साइबर ठगी है।”
किस तरह के मैसेज आ रहे हैं?
- कॉल या मैसेज में भेजने वाला खुद को नगर निगम का अधिकारी बताता है
- ऐप डाउनलोड करने या तत्काल भुगतान की धमकी दी जाती है
- बिजली या पानी की आपूर्ति काटने की चेतावनी दी जाती है
- फर्जी लिंक भेजकर निजी जानकारी मांगी जाती है

मेयर ने क्या कहा?
मेयर मल्होत्रा ने बताया कि
“कुछ असामाजिक तत्व नगर निगम के नाम पर फर्जी संदेश भेजकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। नागरिकों से अनुरोध है कि किसी भी लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई ऐप डाउनलोड करें।“
मामला पहुंचा साइबर क्राइम थाने
इस फर्जीवाड़े को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम ने साइबर क्राइम थाना, गुरुग्राम में FIR दर्ज करवाई है। अब जांच एजेंसियां इसकी तह तक जाने में जुट गई हैं।
नगर निगम की सख्त चेतावनी
नगर निगम गुरुग्राम ने स्पष्ट किया है कि कोई भी आधिकारिक सूचना केवल निगम की अधिकृत वेबसाइट, प्रेस रिलीज, या मान्य सोशल मीडिया चैनल्स के माध्यम से दी जाती है।
किसी भी लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई ऐप इंस्टॉल करें, जब तक वह नगर निगम के विश्वसनीय स्रोत से न हो।
कोई संदिग्ध कॉल, मैसेज या लिंक मिलने पर तुरंत 1930 या निकटतम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं।