गुरुग्राम जिला कोर्ट में वकीलों ने चैंबर के लिए जमीन की मांग को लेकर दो दिन की हड़ताल का ऐलान किया है। 2017 से लंबित इस मांग पर कार्रवाई न होने से नाराज वकीलों ने कहा कि जब तक सरकार ठोस कदम नहीं उठाएगी, आंदोलन जारी रहेगा।

क्या रहेगा बंद?
हड़ताल के चलते कोर्ट में किसी भी केस की सुनवाई नहीं होगी, सिर्फ प्रॉक्सी के माध्यम से तारीखों का आवंटन किया जाएगा। इसका सीधा असर मुवक्किलों और आम जनता पर पड़ेगा, जिन्हें दो दिनों तक न्यायिक कार्यवाही के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
क्यों कर रहे हैं विरोध?
बार एसोसिएशन का कहना है कि पिछले कई वर्षों से वकील 5 से 8 एकड़ जमीन की मांग कर रहे हैं ताकि कोर्ट परिसर में सभी वकीलों को उचित चैंबर उपलब्ध हो सके। वर्तमान में जगह की कमी के चलते केस की तैयारी और क्लाइंट मीटिंग में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
क्या हुआ सरकार से बातचीत में?
वकीलों ने बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी के सामने अपनी मांग रखी, लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। उनका आरोप है कि सरकार गंभीर नहीं दिख रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने जल्द चर्चा का आश्वासन दिया है।
वकीलों की चेतावनी
बार एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, हड़ताल और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने सरकार से जल्द समाधान की अपील की है ताकि आम जनता को असुविधा न हो।
