गुरुग्राम समेत पूरे हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना संकट में नजर आ रही है। पैनल पर शामिल निजी अस्पतालों ने इलाज बंद करने का अल्टीमेटम दे दिया है। कारण – सरकार की ओर से बकाया 400 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं होना। इससे लाखों कार्डधारकों के लिए मुसीबत बढ़ सकती है।

निजी अस्पतालों का विरोध – इलाज पर ब्रेक?
हरियाणा के करीब 650 निजी अस्पतालों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज रोकने की चेतावनी दी है। इनमें से गुरुग्राम के लगभग 60 अस्पताल भी शामिल हैं, जिन्हें कई महीनों से भुगतान नहीं मिला है। कई अस्पतालों ने बताया है कि मार्च 2025 से अब तक उन्हें सिर्फ 10-15% ही भुगतान मिला है।
IMA ने भेजा नोटिस
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), हरियाणा ने सरकार को इस संबंध में नोटिस जारी किया है और दो टूक कहा है कि भुगतान नहीं मिला तो योजना के अंतर्गत आने वाले मरीजों का इलाज नहीं किया जाएगा।
कितना बकाया है सरकार पर?
IMA के अनुसार, हरियाणा सरकार पर लगभग 400 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। कई अस्पतालों ने आश्वासन मिलने के बावजूद भुगतान न मिलने पर नाराजगी जताई है।
आम आदमी पर असर
आयुष्मान कार्डधारक परिवारों को इस योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मिलता है। निजी अस्पतालों में यह सुविधा बंद होने से लाखों गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
सरकार की प्रतिक्रिया
विवाद बढ़ने के बाद हरियाणा सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। अधिकारियों ने भुगतान प्रक्रिया में तेजी लाने का भरोसा दिलाया है, लेकिन फिलहाल कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है।
