आर्थिक अपराध शाखा- I की टीम ने 73 लाख रुपये के गबन के मामले में बोंग टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के एक अकाउंटेंट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान सोहना निवासी तुषार (25) के रूप में हुई है, जो ओपो मोबाइल फोन की डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में अकाउंटेंट के तौर पर तैनात था।

कंपनी द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर सदर थाना गुरुग्राम में FIR दर्ज की गई थी। इसके बाद आर्थिक अपराध शाखा ने 30 अक्टूबर को आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
कैसे हुआ खुलासा?
कंपनी की आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट में वित्तीय अनियमितताओं का पता चलने पर जांच शुरू की गई। इस दौरान सामने आया कि तुषार ने कंपनी के वेंडर्स के नाम पर फर्जी भुगतान दिखाकर रकम अपने और अपनी मां के खातों में डाल दी।
धीरे-धीरे यह राशि बढ़कर लगभग 73 लाख रुपये तक पहुंच गई।
सट्टे के चक्कर में किया घोटाला
जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी ऑनलाइन बेटिंग और गेमिंग का आदी था।
सट्टे में बढ़ते कर्ज और नुकसान की भरपाई के लिए उसने जालसाजी का रास्ता अपनाया।
बताया जा रहा है कि तुषार ने जून 2024 में कंपनी में नौकरी शुरू की थी और उसके बाद से ही बैंकिंग सिस्टम को गलत तरीके से इस्तेमाल कर रकम निकालनी शुरू कर दी थी।
पुलिस की जांच जारी
अधिकारियों के अनुसार, आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है और धोखाधड़ी की राशि की रिकवरी पर फोकस किया जा रहा है।
साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस मामले में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था।
