1 अगस्त को गुरुग्राम समेत हरियाणा के पांच जिलों में एक मेगा मॉक ड्रिल की जाएगी। इस मॉक ड्रिल को “सुरक्षा चक्र” नाम दिया गया है और इसका मकसद यह जांचना है कि यदि कोई बड़ा हादसा जैसे भूकंप, केमिकल रिसाव या अन्य आपदा होता है, तो सरकार की राहत एवं बचाव टीमें किस तरह काम करती हैं और उनका आपसी तालमेल कैसा रहता है।

कहां-कहां होगी मॉक ड्रिल?
- गुरुग्राम
- फरीदाबाद
- नूंह
- पलवल
- रेवाड़ी
इन सभी जिलों में फील्ड लेवल पर रियल टाइम अभ्यास किया जाएगा, जिसमें आपातकालीन वाहन, फायर ब्रिगेड, सायरन, राहत शिविर और बचाव टीमें दिखाई देंगी।
कौन-कौन होंगी शामिल एजेंसियां?
- सेना
- NDRF (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल)
- सिविल डिफेंस
- गुरुग्राम पुलिस
- IMD (मौसम विभाग)
- NCS (भूकंप निगरानी एजेंसी)
- गैर-सरकारी संगठन और मेडिकल टीमें
क्यों जरूरी है यह ड्रिल?
एनडीएमए (National Disaster Management Authority) के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों में गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके लगातार महसूस किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, भविष्य में अधिक तीव्रता वाले झटकों की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में प्रशासन को पहले से तैयार रखना बेहद जरूरी है।
क्या करना है आम जनता को?
- अगर 1 अगस्त को सायरन सुनाई दे या सड़क पर आपातकालीन गाड़ियाँ दौड़ती दिखें, तो घबराएं नहीं।
- यह सिर्फ एक अभ्यास (ड्रिल) है।
- यातायात में कुछ देर के लिए परिवर्तन हो सकता है, प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें।
