गुरुग्राम में पेयजल लाइनों के लगातार लीक रहने से छह प्रमुख सड़कों की हालत बेहद खराब हो चुकी है। शहरभर में जगह-जगह फैली इस समस्या ने वाहन चालकों की परेशानी कई गुना बढ़ा दी है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि जीएमडीए और नगर निगम के बीच समन्वय की कमी के कारण सुधार कार्य लंबे समय से लटका हुआ है।

सेक्टर-4/7 से लेकर सेक्टर-37C तक—सड़कें टूटती जा रही हैं
सेक्टर-4/7 की मुख्य सड़क पर पिछले एक महीने से पानी की बड़ी लीकेज बनी हुई है। सुबह और शाम के समय सेक्टर-9 चौराहे पर पानी फैलकर सड़क को खतरनाक बना देता है। इसी तरह सेक्टर-9 और 9A में ईएसआई अस्पताल के पास सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। बताया गया है कि ये पाइपलाइन नगर निगम की है, जो लंबे समय से टूटी पड़ी है।
सेक्टर-37C में एस्पलांडे मॉल के पास करीब एक साल से लगातार पानी बह रहा है। इस लीकेज का पानी आरएमजी रेजिडेंसी तक पहुँच रहा है, जिससे मुख्य सड़क पर बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं।
अतुल कटारिया चौक—50 हजार वाहन रोज गुजरते हैं, सड़क फिर भी टूटी हुई
ओल्ड दिल्ली रोड पर सबसे व्यस्त अतुल कटारिया चौक में भी पेयजल लाइन लीक है। हर दिन 50 हजार से ज्यादा वाहन यहाँ से गुजरते हैं और सड़क की खराब हालत दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ा रही है।
इसके अलावा—
- सिटी बस डिपो, सेक्टर-10 के सामने पाइपलाइन लीक
- सीएनजी स्टेशन के पास सड़क टूट चुकी
- अंबेडकर चौक में भी पानी रिसाव की सूचना
समस्या पूरे शहर में फैल चुकी है।
लोगों का गुस्सा—“पानी बर्बाद हो रहा है, सड़कें टूट रही हैं, कोई सुनवाई नहीं!”
सेक्टर-9 निवासी धनराज बंसल ने बताया कि शिकायतों के बाद सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन अब फिर से बड़े हिस्से में टूट-फूट हो गई है।
आरएमजी रेजिडेंसी के दीपक कुमार बोले—“एक साल से शिकायत कर रहे हैं, जीएमडीए और नगर निगम एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।”
पालम विहार C-2 ब्लॉक के आरडब्ल्यूए उपप्रधान अभिषेक शर्मा ने नगर निगम आयुक्त को शिकायत देते हुए कहा कि 6 दिसंबर से पानी की लाइन लीक है, और रोजाना हजारों लीटर पानी बहकर बर्बाद हो रहा है, लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे।
जीएमडीए का बयान
पीसी मीणा, सीईओ, जीएमडीए
“पेयजल लाइन लीकेज को लेकर संबंधित अधिकारी से जवाब तलब किया जाएगा। पाइपलाइन को जल्द ठीक करवाया जाएगा।”
