गुरुग्राम में साइबर सिटी की जर्जर सड़कों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सेक्टर-38, 40, 46, 51, 102, बख्तावर सिंह चौक, बसई-धनकोट, न्यू कॉलोनी सहित कई सेक्टरों व कॉलोनियों की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। टूटे रास्तों से उठने वाली धूल शहर में स्मॉग का बड़ा कारण बन रही है।

वाहन चालकों को धूल के बीच कुछ दिखाई नहीं देता, जिससे हादसों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। सड़क किनारे स्थित सोसायटियां और दुकानदार रोजाना धूल फांकने को मजबूर हैं। बढ़ते प्रदूषण के चलते दमा और सांस से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
सर्विस लेन और मुख्य मार्गों की हालत सबसे खस्ता
नरसिंहपुर में दिल्ली-जयपुर हाईवे की सर्विस लेन, सेक्टर-40, न्यू कॉलोनी और सेक्टर-104 स्थित बसई-धनकोट रोड पर मिट्टी के ढेर फैले पड़े हैं। यह रास्ता गुज़रने वालों के लिए एडवेंचर नहीं बल्कि डर की वजह बन चुका है।
अंधेरी रात में इन सड़कों से गुजरना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं माना जा रहा, मगर जिम्मेदार विभागों की ओर से कोई सुधारात्मक कदम अब तक नहीं उठाया गया है।
इलाके के लोगों का आरोप
स्थानीय निवासियों का कहना है कि शिकायतें कई बार की जा चुकी हैं, मगर अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। लोगों का कहना है कि:
“Gurgaon को Millenium City कहा जाता है, लेकिन सड़कें किसी रेगिस्तान जैसी नजर आती हैं।”
लोग मांग कर रहे हैं तुरंत मरम्मत कार्य
शहरवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि तुरंत डस्ट कंट्रोल और सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाए, क्योंकि अब यह समस्या सिर्फ असुविधा नहीं बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा का गंभीर मुद्दा बन चुकी है।
