गुरुग्राम पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा-I (EOW-I) ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो दूसरों की जमीन को अपनी बताकर नकली एग्रीमेंट बनाता था और लोगों से करोड़ों रुपये लेकर फरार हो जाता था। आरोपी ने अब तक 96 लोगों के साथ लगभग 10 करोड़ रुपये की ठगी की है।

शिकायत कैसे सामने आई?
18 सितंबर 2025 को पुलिस को एक शिकायत मिली। शिकायत करने वाले व्यक्ति ने बताया कि उसने खाटूश्याम प्रॉपर्टी नाम की फर्म से भोंडसी क्षेत्र में एक प्लॉट खरीदा था।
- फर्म का मालिक नीतीश कुमार खुद को प्लॉट का मालिक बताता था।
- आरोपी ने नकली एग्रीमेंट बनाकर प्लॉट बेचने का झांसा दिया।
- कुछ दिनों बाद वह कब्जा वापस ले गया और सिर्फ थोड़ा पैसा लौटाकर करीब 30 लाख रुपये की ठगी कर ली
जांच में पता चला कि इसी तरीके से वह कई लोगों से पैसे ले चुका है और एक ही प्लॉट को 4–5 लोगों को बेचकर धोखा देता था।
एफआईआर और जांच
शिकायत मिलने के बाद भोंडसी थाने में मामला दर्ज किया गया। उसके बाद EOW-I की टीम ने जांच शुरू की।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने तकनीकी जांच और अपने नेटवर्क की मदद से 3 दिसंबर 2025 को आरोपी को रीठोज, गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी
- नाम: नीतीश कुमार
- उम्र: 27 वर्ष
- शिक्षा: एम.फिल
- मूल निवासी: बेगूसराय, बिहार
- वर्तमान पता: देव नगर, रीठोज, गुरुग्राम
पूछताछ में क्या पता चला?
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि
- वह 2021 से गुरुग्राम में खाटूश्याम प्रॉपर्टी के नाम से फर्म चला रहा था।
- वह रीठोज में शिव गंगा पब्लिक स्कूल भी चलाता है।
- वह दूसरों की जमीन को अपनी बताकर लोगों से नोटरी और एग्रीमेंट के नाम पर पैसे लेता था।
- ठगी का पैसा वह बिहार में जमीन खरीदने में लगाता था।
- उसने अब तक 96 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी की है।
अब आगे क्या होगा?
पुलिस आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी। रिमांड के दौरान पुलिस यह पता लगाएगी—
- उसके साथी कौन हैं?
- और किन-किन लोगों को ठगा गया है?
- ठगी का पैसा कहां खर्च किया गया?
- फर्जी दस्तावेज कहां बनाए गए?
मामले की जांच जारी है।
