गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) ने शहर की सभी सोसायटियों, RWA और डेवलपर्स के लिए रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की मेंटेनेंस व ऑपरेशन से जुड़ी नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इसके तहत शहर की 1.15 एकड़ या इससे बड़े एरिया वाली सोसायटियों को 31 दिसंबर तक अपने रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को पूरी तरह कार्यशील स्थिति में सुनिश्चित करना होगा।

GMDA की ये गाइडलाइंस 15 नवंबर को सेक्टर 49 स्थित DAV पब्लिक स्कूल में हुई वर्कशॉप के बाद तैयार की गई हैं, जिसकी अध्यक्षता अर्बन डेवलपमेंट के प्रिंसिपल एडवाइजर डी.एस. ढेसी ने की। इस मीटिंग में हाइड्रोलॉजी और अर्बन वॉटर मैनेजमेंट से जुड़े कई विशेषज्ञों ने विस्तृत प्रेज़ेंटेशन भी दिए।
मेंटेनेंस और मरम्मत की डेडलाइन 31 दिसंबर 2025
GMDA ने स्पष्ट किया है कि जिन सोसायटियों में रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम मौजूद है, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी स्ट्रक्चर चालू स्थिति में हों। यदि किसी सिस्टम में बदलाव या मरम्मत की आवश्यकता है, तो उसे 31 दिसंबर 2025 तक पूरा करना अनिवार्य होगा।
सिस्टम की कार्यक्षमता का सर्टिफिकेट ज़रूरी
RWA या डेवलपर्स को अपने रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की कार्यशील स्थिति की पुष्टि करते हुए एक सर्टिफिकेट जारी करना होगा। यह सर्टिफिकेट 31 दिसंबर 2025 तक GMDA के एनफोर्समेंट डिवीजन में जमा किया जाना है।
GMDA शहर के अलग-अलग इलाकों की कम से कम 10 सोसायटियों का रैंडम इंस्पेक्शन भी करेगा। इस जाँच के लिए सिंचाई विभाग, GMDA और DTCP के हाइड्रोलॉजिस्ट की एक संयुक्त टीम बनाई जाएगी। इंस्पेक्शन रिपोर्ट 15 जनवरी 2026 तक जमा हो जाएगी।
सरकारी बिल्डिंग्स में भी जांच अनिवार्य
GMDA ने सरकारी विभागों को भी रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम समय पर चालू करने का निर्देश दिया है। इसमें शामिल हैं:
- मिनी सचिवालय
- PWD गेस्ट हाउस
- सेक्टर 34 में गुरुग्राम म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफिस
- सेक्टर 14 में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HUDA) ऑफिस
शहर में मानसून के दौरान होने वाली जलभराव की समस्या को दूर करने और बारिश के पानी को सड़कों पर बहने से रोकने के लिए GMDA रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को पूरी तरह सक्रिय करने पर जोर दे रहा है।
