गुरुग्राम में MCG के नाम पर लोगों से अवैध वसूली करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। सेक्टर-14 थाना पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका दूसरा साथी फरार है।
कैसे हुई ठगी की कोशिश?
21 नवंबर की शाम सेक्टर-14 स्थित KV स्कूल के पीछे मलबा उठाने वाले एक ठेकेदार के ट्रैक्टर को दो युवक रोक लेते हैं। दोनों खुद को MCG कर्मचारी बताते हैं और ट्रैक्टर का चालान करने की धमकी देकर भारी जुर्माना लगाने की बात कहते हैं।

ड्राइवर को डराकर 10,000 रुपये नकद की मांग की जाती है। इसी दौरान ट्रैक्टर मालिक मौके पर पहुंचता है तो दोनों युवक उस पर भी दबाव बनाने लगते हैं। मालिक को शक हुआ और उसने तुरंत पुलिस को शिकायत दी।
एक आरोपी काबू, साथी फरार
शिकायत के बाद सेक्टर-14 पुलिस ने 22 नवंबर की शाम हितेश खत्री (35) को गिरफ्तार कर लिया। हितेश न्यू कॉलोनी का रहने वाला है और टैटू डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा है।
उसका साथी—जो MCG में DC रेट पर काम करता है—भागने में सफल रहा। उसकी तलाश जारी है।

योजना पहले से बनाई थी
पुलिस पूछताछ में हितेश ने कबूला कि उसके दोस्त के कहने पर दोनों ने ठेकेदारों को निशाना बनाने की योजना बनाई थी। दोनों MCG कर्मचारी बनकर डर दिखाते और पैसे वसूलते। इसी प्लान के तहत 10 हजार रुपये की मांग की गई थी।
आरोपी को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस और MCG की जनता से अपील
पुलिस का कहना है कि MCG के नाम पर ठगी की कुछ और शिकायतें भी मिली हैं।
पुलिस का स्पष्ट संदेश—
कोई भी व्यक्ति MCG कर्मचारी बनकर नकद राशि मांगे, तो तुरंत 112 या नजदीकी थाने पर सूचना दें।
MCG प्रवक्ता ने कहा कि पानी बिल और अन्य सेवाओं के नाम पर साइबर ठगी की घटनाएँ पहले भी सामने आ चुकी हैं।
लोगों से अपील है—किसी को भी नकद भुगतान न करें।
