मानसून से पहले गुरुग्राम में जलभराव और सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम हुआ एक्टिव

गुरुग्राम नगर निगम कार्यालय में सोमवार को मेयर राजरानी मल्होत्रा की अध्यक्षता में अधिकारियों एवं पार्षदों की अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था, मानसून पूर्व जल निकासी प्रबंध, सीवरेज समस्याओं का समाधान, सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने, प्रॉपर्टी टैक्स डेटा सुधार तथा अनधिकृत निर्माण से निपटने जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।

टेक्नोलॉजी पर होगा फ़ोकस
निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि नगर निगम अब तकनीक-आधारित निगरानी प्रणाली अपनाकर शहर की समस्याओं का शीघ्र और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करेगा। उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर कचरा उठान एवं ‘सेग्रिगेशन एट सोर्स’ को और बेहतर बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी।

तालमेल एवं जनभागीदारी जरूरी
मेयर राजरानी मल्होत्रा ने पार्षदों और अधिकारियों को आपसी तालमेल बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा, “जनभागीदारी के साथ हम एक स्वच्छ एवं विकसित गुरुग्राम का निर्माण कर सकते हैं। सभी वार्ड पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में नागरिकों से संवाद बढ़ाएं और समस्याओं को शीर्ष अधिकारियों तक समय रहते पहुंचाएं।”

मानसून पूर्व तैयारियाँ
बैठक में मानसून से पहले जलभराव रोकथाम के उपायों पर विशेष दृष्टि डाली गई। मेयर ने निर्देश दिए कि प्रत्येक वार्ड में जलभराव संभावित स्थलों की पहचान कर तुरंत साफ-सफाई एवं नालों की मरम्मत की जाए। साथ ही पार्षदों को अपने क्षेत्रों में चिन्हित बिंदुओं पर नियमित निगरानी रखने को कहा गया।

समयबद्ध विकास कार्य
नगर निगम ने यह सुनिश्चित करने का भी संकल्प लिया कि शहर के सभी विकास कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरे हों। अतिरिक्त निगमायुक्त यश जलुका, महावीर प्रसाद सहित निगम के वरिष्ठ अधिकारी और पार्षद बैठक में उपस्थित रहे। इस पहल को गुरुग्राम के समग्र विकास एवं नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

इस बैठक के बाद गुरुग्राम में कुछ महत्वपूर्ण और त्वरित बदलाव देखने को मिल सकते हैं:

  • सफाई व्यवस्था में सुधार: डोर-टू-डोर कचरा उठान और कचरे की सेग्रिगेशन एट सोर्स को बेहतर बनाने के प्रयास तेज होंगे। इससे शहर की सफाई स्थिति में तत्काल सुधार होगा और कचरा प्रबंधन प्रणाली ज्यादा प्रभावी होगी
  • मानसून से पूर्व जल निकासी: जलभराव की समस्या से बचने के लिए शहर में मानसून से पहले पुख्ता तैयारी की जाएगी। पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में जलभराव वाले स्थानों की पहचान कर सफाई और अन्य उपायों को लागू करेंगे, जिससे मानसून के दौरान जलभराव की समस्या को कम किया जा सकेगा।
  • सीवरेज और सड़क सुधार: बैठक में सीवरेज और सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने पर जोर दिया गया है। शहर की सड़कों और सीवरेज की मरम्मत एवं सुधार कार्य जल्द ही शुरू होंगे, जो यातायात और सार्वजनिक सुविधा को बेहतर बनाएंगे।
  • प्रॉपर्टी टैक्स डेटा सुधार: प्रॉपर्टी टैक्स के डेटा को सुधारने के प्रयास किए जाएंगे, जिससे नगर निगम को ज्यादा सटीक और अपडेटेड जानकारी मिलेगी और इससे टैक्स वसूली की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
  • जनभागीदारी और पार्षदों का सक्रिय योगदान: अधिकारियों और पार्षदों के बीच बेहतर तालमेल से शहर की समस्याओं का समाधान त्वरित तरीके से किया जाएगा। इसके अलावा, पार्षद जनता के मुद्दों को समय पर अधिकारियों तक पहुंचाएंगे, जिससे नागरिकों की समस्याओं का समाधान जल्दी होगा।

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