गुरुग्राम शहर में मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए उपायुक्त विक्रम सिंह ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख स्ट्रोम वाटर ड्रेन और बरसाती नालों की सफाई कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ नगर निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी सफाई और मरम्मत कार्य मानसून की पहली बारिश से पहले पूर्ण हो जाएं, ताकि शहर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो और नागरिकों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।

बड़खल मोड़ से शुरू हुआ निरीक्षण
उपायुक्त विक्रम सिंह ने निरीक्षण की शुरुआत बड़खल मोड़, बुद्ध कॉलोनी सेक्टर-27 के स्ट्रोम वाटर ड्रेन से की। यहां उन्होंने बन रहे मैनहोल का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मैनहोल का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए। साथ ही, उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी मैनहोल को कवर करने के निर्देश दिए, ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना न हो।
अन्य क्षेत्रों में भी लिया जायजा
इसके पश्चात, उपायुक्त ने बुढ़िया नाला पर स्थित ओल्ड मुगल ब्रिज, सेक्टर-33 बाईपास रोड नाला पुल, अलीपुर तिलोरी खादरपुर ड्रेन और हरि विहार सुभाष कॉलोनी क्षेत्र में स्थित स्ट्रोम वाटर ड्रेन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नालों की गहराई, चौड़ाई और पानी निकासी की गति का अवलोकन किया। निरीक्षण में पाया गया कि कई स्थानों पर भारी मात्रा में गाद, प्लास्टिक कचरा, झाड़ियां और अन्य रुकावटें मौजूद हैं, जो जल निकासी को बाधित कर सकती हैं।
उपायुक्त के निर्देश
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी नालों की सफाई कार्य को त्वरित गति से पूरा किया जाए और रुकावटों को हटाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि मानसून के दौरान जल निकासी सुचारू रूप से हो, ताकि शहरवासियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।