सेक्टर-9 से सामने आया यह मामला सिर्फ जबरन शादी तक सीमित नहीं है, बल्कि एक पढ़ी-लिखी युवती की आज़ादी की लड़ाई बन गया है। युवती ने अपने ही माता-पिता पर उसकी मर्जी के खिलाफ शादी तय करने और उसे घर में बंद रखने का आरोप लगाते हुए पुलिस और प्रशासन को ई-मेल भेजा। शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आई और बुधवार रात उसे घर से रेस्क्यू कर सेफ हाउस में पहुंचा दिया।

पीड़िता के पिता भाजपा से जुड़े पार्षद हैं। जानकारी के मुताबिक युवती की शादी 4 दिसंबर को दौलताबाद निवासी युवक से तय कर दी गई थी। शादी से ठीक एक दिन पहले युवती ने पुलिस कमिश्नर, डीसीपी, महिला आयोग और मुख्यमंत्री कार्यालय को ई-मेल भेजकर खुद को घर में बंधक बनाए जाने की जानकारी दी और जान का खतरा बताया।
शादी से इनकार किया तो छीन लिया मोबाइल, कमरे में किया बंद
युवती ने पुलिस को बताया कि उसने समय रहते अपने माता-पिता को शादी से इनकार कर दिया था। इसके बावजूद उस पर लगातार दबाव बनाया गया। जब उसने साफ मना किया, तो उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और किसी से संपर्क न हो सके, इसलिए मोबाइल फोन भी छीन लिया गया।
हाई एजुकेशन के बाद भी नहीं मिला फैसला लेने का हक
युवती ने शिकायत में बताया कि उसने एमबीए, बीएड और एमएड जैसी पढ़ाई पूरी कर रखी है। वह पिछले 15 साल से अपने एक दोस्त से प्रेम करती है और उसी से शादी करना चाहती है। परिवार उसके इस फैसले के खिलाफ है और इसी वजह से उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया। युवती ने यह भी कहा कि उसे अपने घरवालों से जान का खतरा है।
रात में हुई कार्रवाई, सेफ हाउस भेजी गई युवती
ई-मेल मिलते ही सेक्टर-9 थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बुधवार देर रात युवती को उसके घर से सुरक्षित बाहर निकाला और सेफ हाउस भेज दिया। पुलिस ने युवती के माता-पिता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है।
