रविवार सुबह गुरुग्राम के गांव चंदू के पास उस समय अफरा-तफरी मच गई जब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी पहुंचाने वाली गुड़गांव वाटर सप्लाई (GWS) नहर में अचानक बड़ा कटाव हो गया। नहर टूटते ही तेज़ बहाव के साथ पानी आसपास के खेतों में घुस गया, जिससे कई एकड़ जमीन जलमग्न हो गई और मिट्टी का भारी कटाव देखने को मिला।

घटना की सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हालात को काबू में करने के लिए तत्काल रिपेयरिंग का काम शुरू कर दिया गया। एहतियात के तौर पर मुंडाखेड़ा पंप हाउस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, ताकि नुकसान और न बढ़े।
100 क्यूसेक पानी सप्लाई करने वाली नहर टूटी
जानकारी के अनुसार, इसी नहर के जरिए चंदू वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक रोज़ाना करीब 100 से 110 क्यूसेक रॉ वाटर पहुंचाया जाता है, जिससे गुरुग्राम के बड़े हिस्से में पीने के पानी की सप्लाई होती है। नहर में दरार आने के बाद यह सप्लाई घटकर करीब 95 क्यूसेक रह गई है।
हालांकि राहत की बात यह रही कि शहर की पेयजल व्यवस्था पर तत्काल कोई बड़ा असर नहीं पड़ा, क्योंकि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत NCR चैनल से पानी की सप्लाई जारी रखी गई है।
खेतों में भरा पानी, कटाव से किसानों को नुकसान
गांव के स्थानीय लोगों ने बताया कि नहर टूटते ही पानी का तेज़ बहाव खेतों में फैल गया। इससे कई जगहों पर मिट्टी बह गई और फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है। हालांकि समय रहते पानी का रुख बदल दिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
दो नहरों से चलता है गुरुग्राम का बड़ा पेयजल सिस्टम
गुरुग्राम की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह दो मुख्य वाटर ट्रीटमेंट प्लांट—चंदू और बसई—पर निर्भर है।
- चंदू प्लांट से रोज़ाना 300 MLD
- बसई प्लांट से 270 MLD
पानी की सप्लाई होती है।
इन दोनों प्लांटों को सोनीपत के ककरोई से दो अलग-अलग नहरों के ज़रिए रॉ वाटर मिलता है।
- चंदू प्लांट को NCR चैनल
- बसई प्लांट को GWS नहर से पानी सप्लाई किया जाता है।
इंजीनियर का बयान: मशीनों से चल रहा तेज़ मरम्मत कार्य
सिंचाई विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रविंद्र कुमार ने बताया कि,
“GWS नहर से सामान्य स्थिति में करीब 110 क्यूसेक और NCR चैनल से 130 क्यूसेक पानी रोज़ाना आता है। कटाव के बाद GWS की सप्लाई कम होकर 95 क्यूसेक रह गई है। मरम्मत का काम मशीनों से तेज़ी से कराया जा रहा है और जल्द ही पूरी सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।”
