गुरुग्राम में डेमोलिशन के नाम पर चल रही एक बड़ी स्क्रैप चोरी का खुलासा तब हुआ, जब ट्रक का वजन दो अलग-अलग धर्मकांटों पर कराया गया। सेक्टर-10ए स्थित NBCC ग्रीन व्यू अपार्टमेंट्स के डेमोलिशन से निकलने वाले आयरन स्क्रैप में जानबूझकर वजन कम दिखाकर लाखों की हेराफेरी की जा रही थी। इस मामले में कंपनी के एक ड्राइवर और द्वारका एक्सप्रेसवे सेक्टर-99 स्थित श्री राम धर्मकांटा के संचालक की मिलीभगत सामने आई है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डेमोलिशन का काम कर रही कंपनी को लंबे समय से स्क्रैप के वजन को लेकर शक था। हर ट्रक में कुछ न कुछ अंतर सामने आ रहा था, लेकिन ठोस सबूत नहीं मिल पा रहा था। आखिरकार जब एक ट्रक का वजन दूसरे धर्मकांटा पर दोबारा कराया गया, तो असली और दर्ज वजन में भारी फर्क निकला और पूरा फर्जीवाड़ा उजागर हो गया।
80 से ज्यादा ट्रक, हर बार दो टन से ज्यादा की कटौती
पुलिस को दी गई शिकायत में पंच बहादुर यादव ने बताया कि NBCC ग्रीन व्यू अपार्टमेंट्स से निकले आयरन स्क्रैप को ट्रकों में भरकर द्वारका एक्सप्रेसवे पर स्थित श्री राम धर्मकांटा पर वजन के लिए भेजा जाता था। आरोप है कि धर्मकांटा पर हर बार वजन कम दर्ज किया जाता था, जबकि बचा हुआ स्क्रैप ड्राइवर और धर्मकांटा संचालक मिलकर अलग से बेच देते थे।
अब तक 80 से अधिक ट्रक स्क्रैप लेकर जा चुके हैं। शुरुआती आकलन के अनुसार, हर ट्रक में औसतन दो टन से अधिक स्क्रैप कम दिखाया गया, जिससे कंपनी को करीब 80 लाख रुपये तक के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
एक ट्रक से खुला राज
शिकायतकर्ता के मुताबिक HR73A0039 नंबर के ट्रक में 34,390 किलोग्राम आयरन स्क्रैप लोड किया गया था, लेकिन धर्मकांटा पर वजन केवल 32,370 किलोग्राम दर्ज किया गया। इसी एक ट्रक से पूरे नेटवर्क की परतें खुलती चली गईं।
बताया जा रहा है कि चोरी किया गया आयरन स्क्रैप ट्रकों के जरिए पंजाब भेजा जाता था। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस हेराफेरी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
