गुरुग्राम के सेक्टर-45 स्थित गांव कन्हई से 6 वर्षीय एक मासूम के अपहरण की गुत्थी को पुलिस ने मात्र 10 दिनों में सुलझा लिया है। हरियाणा पुलिस की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार कर अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद किया।

कैसे हुआ अपहरण?
23 जून 2025 को सेक्टर-40 थाना पुलिस को एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत दी कि उसका 6 साल का बेटा संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया है। बच्चे को आखिरी बार गांव कन्हई क्षेत्र में देखा गया था।
शिकायत के आधार पर थाना सेक्टर-40 में अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की जांच मानव तस्करी विरोधी शाखा के इंचार्ज, सहायक उप निरीक्षक कुलदीप को सौंपी गई।
आगरा से मिली बड़ी कामयाबी
जांच के दौरान पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस व खुफिया इनपुट के आधार पर आरोपी शिवम् निवासी माधव विहार कॉलोनी, आगरा को 2 जुलाई को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से अपहृत मासूम को सकुशल बरामद किया गया।


पूछताछ के बाद सामने आया कि शिवम् ने बच्चे को टॉफी देने के बहाने फुसलाया और उसे आगरा ले गया, जहां उसने बच्चे को अपनी मां मनोज के पास छुपा रखा था। पूछताछ के आधार पर 5 जुलाई को मनोज को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
तस्करी के इरादे से किया था अपहरण
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी मां-बेटे की जोड़ी मासूम बच्चे को किसी ऐसे अमीर दंपति को बेचने की फिराक में थी जिनके संतान नहीं है। सौदे के लिए वे संपर्क तलाश रहे थे, लेकिन सौदा फाइनल होने से पहले ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को माननीय अदालत में पेश किया और शिवम् को चार दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया। मामले की गहनता से जांच जारी है।