75% चौराहों पर पीक आवर में जाम… आखिर कहाँ फंस रहा है गुरुग्राम?

गुरुग्राम की सड़कें इन दिनों भारी ट्रैफिक दबाव का सामना कर रही हैं। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) द्वारा कराए गए ताज़ा ट्रैफिक सर्वे में खुलासा हुआ है कि NCR और आसपास के जिलों से रोज़ाना 4,47,519 कारें गुरुग्राम में प्रवेश करती हैं। शहर के 953 किलोमीटर लंबे सड़क नेटवर्क पर वाहनों की औसत गति 30 किमी/घंटा से भी नीचे जा चुकी है, जिससे दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी से बढ़ी समस्या

सर्वे कहता है कि शहर में बसें और अन्य सार्वजनिक परिवहन पर्याप्त नहीं हैं, जिसके कारण लोग निजी वाहनों पर निर्भर हैं। इसका सीधा असर ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों पर पड़ रहा है।
वाहनों के धुएं और सड़क धूल के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से ऊपर दर्ज किया जा रहा है, जो बेहद खतरनाक स्तर है।

इन प्रमुख सड़कों पर सबसे अधिक जाम की स्थिति

  • गोल्फ कोर्स रोड
  • मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो जंक्शन
  • सेक्टर 27–29–43–44 जंक्शन
  • बख्तावर चौक
  • ओल्ड दिल्ली रोड
  • न्यू रेलवे रोड
  • ओल्ड रेलवे रोड
  • राजीव चौक
  • राजीव चौक से सोहना चौक
  • झाड़सा चौक
  • सेक्टर 29 रोड
  • सेक्टर 44 रोड
  • गैलेरिया रोड

पीक आवर में इन सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे यात्रियों का समय और ईंधन दोनों बर्बाद होता है।

75% इंटरसेक्शन पीक ऑवर्स में जाम से घिरे
GMDA के सर्वे के अनुसार शहर के 75% से अधिक इंटरसेक्शन पर सुबह 8–11 बजे और शाम 5–10 बजे तक लगातार जाम लगता है।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए GMDA ने कई चौराहों पर अंडरपास और फ्लाईओवर बनाने की योजना तैयार की है, ताकि ट्रैफिक को ग्रेड-सेपरेटेड व्यवस्था दी जा सके और जाम कम हो सके।

शहर के ट्रैफिक से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

  • गुरुग्राम का सड़क नेटवर्क: 953 किमी
  • जाम से प्रभावित चौराहे/सड़कें: 20+
  • पीक ट्रैफिक समय: सुबह 8–11 बजे, शाम 5–10 बजे
  • सुधार के लिए प्रस्तावित इंटरसेक्शन: 200+
  • अनुमानित आबादी 2031 में: 42.5 लाख

80 करोड़ की लागत से बनेगा नया अंडरपास
मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए GMDA ने 80 करोड़ रुपये की लागत से नए अंडरपास का प्रस्ताव तैयार किया है। इसकी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है।
GMDA के XEN अमित गोदारा ने बताया कि परियोजनाओं का लक्ष्य यात्रा समय कम करना, नेटवर्क की दक्षता बढ़ाना और सड़कों को अधिक सुरक्षित बनाना है।
प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद इसे 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।

2041 तक 71.5 लाख यात्रियों का रोज़ाना सफर
गुरुग्राम–मानेसर अर्बन कॉम्प्लेक्स प्लान 2031 के अनुसार शहर की आबादी 2031 तक 42.5 लाख और 2041 तक 55 लाख तक पहुंच सकती है।
2041 में शहर में प्रतिदिन 71.5 लाख यात्री सफर करेंगे — जो ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर बड़ी चुनौती पैदा करेगा।

शहर में बनेंगे 35 ग्रेड सेपरेटर
गुरुग्राम की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए GMDA का बड़ा प्लान सामने आया है:

  • 35 ग्रेड सेपरेटर
  • 3 ROB–AUB
  • 200 इंटरसेक्शन सुधार कार्य

बख्तावर चौक, सती चौक, सेक्टर 45–46–44 सहित कई प्रमुख जंक्शनों पर फ्लाईओवर और अंडरपास बनाने की तैयारी की जा रही है। इससे शहर में रोज़ाना लगने वाले जाम को कम करने में मदद मिलेगी।

FOLLOW FOR MORE

More From Author

सस्ते घर खरीदने का सबसे बड़ा मौका! जानें पूरी प्रक्रिया

NH-48 पर देर रात बड़ा हादसा:पिकअप की चपेट में आए दो युवक, मौके पर मौत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *