गुरुग्राम के विकास कार्यों की धीमी रफ्तार पर बुधवार को आयोजित दिशा बैठक में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह का कड़ा रुख देखने को मिला। पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई इस बैठक में उन्होंने साफ कहा—
“जहाँ भी काम अटका है, उसकी पूरी रिपोर्ट तुरंत दें…समस्या होगी तो समाधान भी करेंगे, लेकिन देरी बर्दाश्त नहीं।”

मेट्रो कनेक्टिविटी को मिली तेज रफ्तार की हरी झंडी
बैठक का सबसे बड़ा फोकस रहा—गुरुग्राम मेट्रो विस्तार प्रोजेक्ट।
राज्यमंत्री ने निर्देश दिए कि:
- पहले फेज की लैंड एक्विज़िशन प्रक्रिया तुरंत पूरी की जाए
- दूसरे फेज की DPR जल्द फाइनल की जाए
- सभी विभाग एक-दूसरे से तालमेल बैठाकर काम करें
उन्होंने कहा कि मेट्रो प्रोजेक्ट शहर की भविष्य की लाइफलाइन है और इसमें किसी भी तरह की देरी जनता के हित में नहीं है।
आर्बिटल रेल परियोजना: तीन हिस्सों की डेडलाइन फिक्स
अधिकारियों ने पहली बार तीनों सेक्शनों की टारगेट डेट साफ रखी:
- धुलावट–मानेसर: जून 2027
- धुलावट–पृथला: दिसंबर 2028
- न्यू पातली–हसन कला: अप्रैल 2029
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि यह परियोजना गुरुग्राम और NCR के ट्रैफिक प्रेशर को कम करेगी, इसलिए प्रगति रिपोर्ट पारदर्शी और समयबद्ध होनी चाहिए।
बंधवाड़ी प्लांट पर सख़्त सवाल—भूजल की जांच अनिवार्य
बंधवाड़ी वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की समीक्षा के दौरान उन्होंने भूजल गुणवत्ता पर गंभीर चिंता जताई।
उन्होंने आदेश दिए:
- 15 साल पहले और वर्तमान भूजल की तुलना करते हुए रिपोर्ट तैयार की जाए
- कॉलोनियों में भूजल रिसाव की वैज्ञानिक जांच हो
- इस काम के लिए विशेषज्ञ समिति बनाई जाए, जिसमें NGO भी शामिल हों
यह बिंदु बैठक का सबसे संवेदनशील हिस्सा रहा।
पुराना बस स्टैंड मिलेगा नया उपयोग—GMCL बस टर्मिनल बनने का सुझाव
जैसे ही नया बस अड्डा शिफ्ट होगा, पुराना बस स्टैंड अब बेकार नहीं पड़ेगा।
राव इंद्रजीत ने साफ कहा:
“पुराना बस स्टैंड GMCL को देकर शहर के बस सिस्टम को मजबूत किया जाए। इससे कनेक्टिविटी और ट्रैफिक दोनों सुधरेंगे।”
गुरुग्राम–पटौदी–रेवाड़ी NH: जनवरी अंत तक पूरा
एनएचएआई अधिकारियों ने बताया कि सड़क निर्माण का मुख्य काम जनवरी के अंत तक पूरा हो जाएगा।
बाकी साइनबोर्ड व फिनिशिंग वर्क इसके बाद तुरंत किया जाएगा।
उपायुक्त को प्रगति की निगरानी के लिए अलग कमेटी बनाने का आदेश मिला।
रेहड़ी–पटरी की समस्या: स्थायी समाधान के आदेश
सदर बाजार सहित कई इलाकों में बढ़ती अव्यवस्था पर भी सवाल उठे।
नगर निगम ने जानकारी दी कि:
- गुरुग्राम में 200 वेंडिंग जोन
- मानेसर में 15 वेंडिंग जोन
चिह्नित किए जा चुके हैं।
अब इनका पुनर्गठन और शिफ्टिंग की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
राजीव चौक और पार्किंग समस्या पर कड़ी टिप्पणी
शहर के सबसे बड़े दर्द—जाम और पार्किंग—पर भी चर्चा हुई।
राव इंद्रजीत ने कहा:
“गुरुग्राम का विकास तभी दिखेगा जब ट्रैफिक समस्या खत्म होगी। राजीव चौक और सदर बाज़ार के समाधान पर तुरंत रोडमैप दें।”
जल जीवन मिशन: लंबी अवधि का प्लान मांगा
उन्होंने कहा कि पुरानी पाइपलाइनों को बदलते समय शहर की भविष्य की आबादी और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लंबा और मजबूत वॉटर मैनेजमेंट प्लान बनाया जाए।
अंत में अधिकारियों को स्पष्ट संदेश
उपायुक्त अजय कुमार ने भरोसा दिलाया कि सभी प्रोजेक्ट्स पर काम टाइमबाउंड तरीके से होगा।
बैठक में नगर निगम कमिश्नर प्रदीप दहिया, HSVP प्रशासक वैशाली सिंह, GMCL के सीईओ विश्वजीत चौधरी, जिला परिषद अध्यक्ष दीपाली चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
