मानसून में जलभराव से जूझ रहे गुरुग्राम को जल्द राहत मिलने वाली है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हाई पॉवर्ड वर्क्स परचेज कमेटी (HPWPC) की बैठक में गुरुग्राम के सेक्टर-70 और 80 में मास्टर स्ट्रॉम वाटर ड्रेन बनाने के लिए 104.95 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी है। इस प्रोजेक्ट के बनने से भारी बारिश में भी पानी निकासी तेज़ होगी और लंबे समय तक खड़े पानी की समस्या खत्म हो जाएगी।

सड़क अवसंरचना को भी मिलेगा बल
बैठक में केएमपी एक्सप्रेसवे के मानेसर-पलवल खंड (करीब 60 किमी) की मरम्मत के लिए 48 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। इससे रोजाना हजारों वाहन चालकों को बेहतर सफर का अनुभव मिलेगा।
पूरे प्रदेश के लिए 523 करोड़ के प्रोजेक्ट पास
गुरुग्राम के अलावा, बैठक में प्रदेशभर के जल आपूर्ति, स्वच्छता, यातायात और औद्योगिक ढांचे को मजबूत करने वाली परियोजनाओं पर कुल 523 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई।

बोली प्रक्रिया में 13 करोड़ की बचत
सरकार ने ठेकेदारों के साथ रेट पर बातचीत कर करीब 13 करोड़ रुपए बचा लिए हैं, जो अन्य विकास कार्यों में इस्तेमाल होंगे।
बादशाहपुर में नया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
बैठक में बादशाहपुर, फरीदाबाद में 45 एमएलडी क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) और टर्शरी ट्रीटमेंट यूनिट बनाने का भी फैसला लिया गया, जिसकी लागत 58 करोड़ रुपए है। इससे शहरी स्वच्छता और जल पुनर्चक्रण की क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
रेनीवेल लाइन की देखरेख पर 25 करोड़
जल आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए 22 रेनीवेल, 160 ट्यूबवेल, पंपिंग मशीनरी और इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट के रखरखाव पर 25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
