गोवा के एक नाइट क्लब में हाल ही में हुई घटना के बाद गुरुग्राम पुलिस सतर्क हो गई है। शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने सभी डीसीपी, एसीपी, एसएचओ और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। आदेश मिलते ही शहरभर में बार, क्लब, होटल और देर रात तक खुले रहने वाले रेस्टोरेंट की व्यापक जांच शुरू कर दी गई है।

थाना प्रभारियों को प्रतिष्ठानों का व्यक्तिगत निरीक्षण अनिवार्य
डीसीपी हेड क्वार्टर अर्पित जैन ने बताया कि पुलिस आयुक्त के आदेशों के बाद सभी थाना प्रभारियों के लिए अपने-अपने क्षेत्र के बार, क्लब और अन्य प्रतिष्ठानों का व्यक्तिगत निरीक्षण अनिवार्य कर दिया गया है।
जांच में खास ध्यान इन बिंदुओं पर दिया जा रहा है:
- प्रवेश व निकास द्वार सुरक्षित और पर्याप्त चौड़े हों
- अंदर आने-जाने वाले सभी लोगों की कड़ी तलाशी
- सुरक्षा उपकरणों की कार्यशील स्थिति
आपातकालीन निकास और सुरक्षा नियमों पर फोकस
पुलिस टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी बार और क्लबों में आपातकालीन निकास स्पष्ट, खुला और हर समय उपयोग योग्य हो। साथ ही संचालकों और ग्राहकों को भी सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। यह कदम भीड़भाड़ वाली जगहों पर किसी भी संभावित हादसे को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है।
36 थानों में लागू हुए विशेष सुरक्षा प्रबंध
पुलिस आयुक्त के आदेश के बाद गुरुग्राम के सभी 36 पुलिस थानों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है। जिन प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानकों व अनुमत क्षमता का पालन नहीं पाया जाएगा, वहां:
- तत्काल नोटिस जारी किया जाएगा
- आवश्यकता पड़ने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी
नए साल की रात को ध्यान में रखते हुए 3000 पुलिसकर्मी तैनात
नए साल के जश्न के दौरान बढ़ने वाली भीड़ और नाइटलाइफ को देखते हुए पुलिस ने विशेष प्लान तैयार किया है। शहर की मुख्य सड़कों, बार-क्लब जोन और भीड़भाड़ वाले बाजार क्षेत्रों में लगभग 3000 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
हुड़दंग और नशे में उत्पात पर जीरो टॉलरेंस
सभी डीसीपी और एसएचओ स्वयं फील्ड में रहकर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। पुलिस ने साफ कर दिया है कि:
- हुड़दंग
- नशे में उत्पात
- स्टंट
- रोड रेज
जैसे मामलों पर जीरो टॉलरेंस नीति लागू की जाएगी।
