गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के लगातार चल रहे अभियान और सख्त कार्रवाई के बावजूद शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतिदिन चालान, नाकाबंदी और निगरानी के बाद भी बड़ी संख्या में वाहन चालक नियम तोड़कर अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डाल रहे हैं।

ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2025 में 31 अक्टूबर तक कुल 18,21,000 चालान जारी किए जा चुके हैं। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले लगभग 5 लाख अधिक है। वर्ष 2024 में पूरे साल में कुल 13,88,786 चालान किए गए थे।
सड़क हादसों का डरावना आंकड़ा: हर साल 400+ मौतें
गुरुग्राम में सड़क हादसे लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। पिछले कई वर्षों में हर साल 400 से ज्यादा लोगों की मौत दुर्घटनाओं में दर्ज की जाती है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, हादसों की बड़ी वजहें हैं—
- रॉन्ग साइड ड्राइविंग
- बिना हेलमेट चलाना
- ओवरस्पीडिंग
इन कारणों से न सिर्फ हादसों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि जानलेवा दुर्घटनाओं का जोखिम भी कई गुना बढ़ चुका है।
कैमरों ने बढ़ाई सख्ती, चालान में बड़ा उछाल
शहर में लगाए गए अत्याधुनिक कैमरों की मदद से इस साल चालानों में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
- 2024 में कैमरों से चालान: 8,47,000
- 2025 (31 अक्टूबर तक): 11,83,000
यह साफ दिखाता है कि निगरानी बढ़ने के बाद भी वाहन चालक नियमों की अनदेखी से बाज नहीं आ रहे हैं।
2024 बनाम 2025 (अक्टूबर तक) – प्रमुख यातायात उल्लंघनों का तुलनात्मक डेटा
| यातायात उल्लंघन | 2024 | 2025 (31 अक्टूबर तक) |
| रॉन्ग साइड ड्राइविंग | 1,82,780 | 1,81,700 |
| रॉन्ग साइड पार्किंग | 1,57,298 | 1,58,000 |
| बिना हेलमेट | 2,35,000 | 3,28,000 |
| डबल सवारी बिना हेलमेट | 2,57,000 | 3,81,000 |
| ओवरस्पीड | 18,444 | 82,600 |
| लेन चेंज ड्राइविंग | 61,780 | 64,700 |
साल 2025 में ओवरस्पीड और डबल सवारी बिना हेलमेट के मामलों में सबसे अधिक वृद्धि देखने को मिली है।
ट्रैफिक पुलिस का अभियान जारी
शहर में प्रतिदिन चलाए जा रहे अभियानों का मकसद लोगों को यातायात नियमों का पालन करवाना और सड़क हादसों में कमी लाना है। पुलिस जागरूकता कार्यक्रम, चालान कार्रवाई और विशेष ड्राइव लगातार चला रही है।
डीसीपी ट्रैफिक डॉ. राजेश मोहन का संदेश
“हमारी प्राथमिकता सड़क सुरक्षा है। वाहन चालकों से अपील है कि वे नियमों का पालन करें, हेलमेट पहनें, ओवरस्पीड न करें और रॉन्ग साइड से बचें। आपका एक कदम कई जिंदगियां बचा सकता है।”
