गुरुग्राम शहर को जल्द ही ट्रैफिक जाम से राहत मिल सकती है। करीब 30 साल पुराने नजफगढ़ रोड को दोबारा चालू करने की योजना पर तेजी से काम शुरू हो गया है। यह रास्ता पहले दिल्ली के नजफगढ़ तक जाने के लिए इस्तेमाल होता था, लेकिन अब अतिक्रमण और जर्जर हालात के चलते बंद पड़ा है।

मंगलवार को गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा और नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने अधिकारियों के साथ इस रास्ते का निरीक्षण किया। चीफ इंजीनियर विजय ढाका सहित निगम की टीम ने कामधेनु गौशाला से लेकर सीआरपीएफ चौक तक सड़क का जायजा लिया।
डायरेक्ट फायदा: दिल्ली-गुरुग्राम सफर सिर्फ 15 मिनट में
विधायक मुकेश शर्मा ने बताया, “अगर यह सड़क दोबारा बनती है, तो द्वारका एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में सिर्फ 10 से 15 मिनट लगेंगे। इससे गुरुग्राम और दिल्ली के बीच आवाजाही और भी आसान हो जाएगी।”
यह सड़क गुरुग्राम के बस स्टैंड, माता रोड, शीतला कॉलोनी होते हुए बजघेड़ा आरओबी से सीधे जुड़ेगी।
निगमायुक्त ने दिए निर्देश
आयुक्त प्रदीप दहिया ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल्द से जल्द व्यवहार्यता रिपोर्ट (Feasibility Report) तैयार करें और सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर विस्तृत प्रस्ताव तैयार करें।
क्यों ज़रूरी है यह प्रोजेक्ट?
- अन्य व्यस्त मार्गों का दबाव कम होगा
- शहर को मिलेगा एक वैकल्पिक ट्रैफिक रूट
- स्थानीय निवासियों को मिलेगा डायरेक्ट फायदा
- दिल्ली से कनेक्टिविटी होगी तेज और सुगम